December 14, 2024

कांकेर। नारायणपुर पुलिस द्वारा संचालित नक्सल विरोधी  “माड़ बचाओ अभियान: नक्सलवाद से माड़ को बचाओ” में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता।

मिली जानकारी के अनुसार नक्सली पीएलजीए मिलिट्री कम्पनी नम्बर 01 एवं माड़ डिविजन सप्लाई टीम के साथ हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 08 हथियारबंद और वर्दीधारी माओवादी ढेर।
● मृत नक्सलियों में 03 डी.व्ही.सी.एम., 03 पीपीसीएम माड़ डिवीजन पीएलजीए कंपनी नं. 01 के शामिल 02 की पहचान होना शेष ।
● माड़ डिवीजन के कुतुल एरिया कमेटी क्षेत्र में कोडमरका फरसबेड़ा के जंगलों में चलाया गया था नारायणपुर पुलिस का नक्सल विरोधी “माड़ बचाओ अभियान”।
● संयुक्त अभियान में नारायणपुर, कोंडागांव, दंतेवाडा, कांकेर जिलो के एलिट फोर्सेस डीआरजी एवं  एसटीएफ के साथ 53वी वाहिनी आईटीबीपी एवं बीएसएफ 135वीं वाहिनी का बल रहा शामिल।
● कुल 05 दिनों तक चला अभियान। इसमें महिला कमांडो की विशेष भूमिका रही ।
● मौके से 01 नग इंसास रायफल, 02 नग 303 रायफल, 03 नग 315 बोर रायफल,  01 नग बीजीएल लांचर सहित भारी मात्रा में विस्फोटक सामान व अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामग्री बरामद।
● मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अन्य नक्सलियों के मारे जाने अथवा घायल होने की संभावना।
● 45 दिनों के अंदर नारायणपुर पुलिस के नक्सल विरोधी माड़ बचाओ अभियान को चौथी बड़ी सफलता कोडतामरका से पहले उत्तरी माड़ में काकुर, दक्षिणी माड़ में रेखावाया एवं पूर्वी माड़ क्षेत्र में ईरपनार -भट्बेड़ा में मिल चुकी है बड़ी सफलता  ।
● भय और हिंसामुक्त माड़ अब दूर नहीं। ग्रामीणों में जगी नक्सली भय से आजादी की आशा।
● अभियान में एसटीएफ के जवान नितेश एक्का बहादुरी से नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए, दो अन्य जवान घायल और खतरे से बाहर ।
बस्तर संभाग अंतर्गत विगत महीनों में प्रभावी रूप से नक्सल विरोधी अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत माड़ से नक्सलवाद का सफाया करने के उद्देश्य से नारायणपुर पुलिस के द्वारा पिछले चार महीने से नक्सल विरोधी  माड़ बचाओ अभियान संचालित किया जा रहा है। उपरोक्त सिलसिला में 12 जून को जिला नारायणपुर के माड़ क्षेत्र में माड़ डिवीजन के माओवादी कैडर एवं पीएलजीए कंपनी नंम्बर 01 के माओवादी कैडरों की उपस्थिति की आसूचना पर संयुक्त बल रवाना किया गया था।
पुलिस को माड़ डिवीजन के कुतुल एरिया कमेटी क्षेत्रान्तर्गत ग्राम कुतुल, फरसबेड़ा, कोड़तामेटा, आदिंगपार क्षेत्र में नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना प्राप्त हुई थी। उक्त सूचना के तस्दीक हेतु दिनांक 12 और 13 जून की मध्य रात्रि में नारायणपुर डीआरजी, दंतेवाडा डीआरजी, कांकेर डीआरजी, कोण्डागांव से डीआरजी, एसटीएफ बघेरा तथा आईटीबीपी 53वीं वाहिनी एवं बीएसएफ 135वीं वाहिनी का संयुक्त बल नक्सल विरोधी अभियान हेतु ग्राम कुतुल, फरसबेड़ा, कोड़तामेटा, आदिंगपार क्षेत्र में रवाना हुई थी।
अभियान के दौरान 15 जून को प्रातः करीबन 7 बजे कुतुल-फरसबेड़ा, और कोड़तामेटा के जंगल में माओवादियों द्वारा सुरक्षा बलो को जान से मारने व हथियार लूटने की नियत से अंधाधुंध फायरिंग किया गया।
पुलिस पार्टी द्वारा तत्काल पोजीशन लेकर आत्मसमर्पण हेतु आवाज दिया गया आत्मसमर्पण की बात को नक्सलियों के द्वारा अनसुना करते हुए और अधिक मात्रा में फायरिंग करने लगे। पुलिस पार्टी द्वारा आत्मरक्षार्थ मौके पर पोजिशन लेकर जवाबी फायरिंग किया गया इसके बाद रूक-रूक कर अलग-अलग टीमों के साथ दिन भर मुठभेड़ हुआ बाद खुद को घिरता देखकर नक्सली जान बचाकर घने जंगलो व पहाड़ियों की आड़ लेकर भाग गये।
फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा अपने-अपने दिये गये टास्क क्षेत्र में सर्चिंग करने पर घटना स्थल के अलग-अलग स्थानों से कुल 08 वर्दीधारी नक्सलियों का शव तथा शव के पास से 01 नग इंसास रायफल, 02 नग 303 रायफल, 03 नग 315 बोर रायफल, 01 नग बीजीएल लांचर एवं भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ, दवाईयां सहित अन्य नक्सली दैनिक उपयोगी सामान बरामद हुआ। घटना स्थल में और भी खून के धब्बे दिखाई दिया जिससे प्रतीत होता है कि इस मुठभेड़ में बडी संख्या में अन्य नक्सलियों के घायल अथवा मारे जाने की संभावना है।
नारायणपुर पुलिस के नक्सल विरोधी “माड़ बचाओ अभियान” को एक सप्ताह के भीतर ये दूसरी बड़ी सफलता, एक महीने के भीतर तीसरी बड़ी सफलता और 45 दिनों के भीतर चौथी बड़ी सफलता है। ज्ञात हो की हो की 30 अप्रैल काकुर में, 24 मई को रखवाया में, 8 जून को ईरपनार-भट्बेड़ा में इसी अभियान के तहत बड़ी सफलता मिल चुकी है।
40 साल से माड़ नक्सलवाद हिंसा व भय से ग्रस्त है लेकिन अब यहां के मूलवासी, आदिवासी एवं ग्रामीण हिंसा, भय एवं नक्सलवाद से मुक्त माड़ की कल्पना कर रहे हैं। नक्सल विरोधी सफल अभियानों से विकास को गति मिल रही है। बल्कि आदिवासी, मूलवासी, ग्रामीणों को विचारों की अभिव्यक्ति मिल रही है।
कांकेर उप पुलिस महानिरीक्षक केएल ध्रुव  द्वारा बताया गया कि- इस ऑपरेशन के उपरांत नक्सलियों के कंपनी नम्बर 01 के गढ़ रहे माड़ डिवीजन कुतुल एरिया कमिटी के नक्सलियों में भय का माहौल है। माड़ क्षेत्र को नक्सली शीर्ष नेतृत्व अपना सुरक्षित ठिकाना मानते है नक्सली नेतृत्व इस ऑपरेशन उपरांत ग्रामीणों एवं अपने निचले कैडर को दोषारोपण कर रहे हैं। माड़ डिवीजन में नक्सलियों के अटैकिंग फ़ोर्स के स्तम्भ रहे कंपनी नम्बर 01, कुतुल एरिया कमिटी के ऊपर यह अब तक विगत ढेड़ माह के अन्दर दूसरा कड़ा प्रहार है।
दुर्गम जंगल एवं विकट भौगोलिक परिस्थितियों में रहने वाले मूल निवासियों को नक्सलवादी विचारधारा से बचाना और उन्हें चरमपंथी सिद्धांतों के आकर्षण से निकलना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है, ताकि क्षेत्र में विकास एवं शांति कायम हो सके। हम उन सभी मूलवासियों से जो बाहरी विचारधारा और बाहर के नक्सली नेताओं के गलत प्रभाव में फंस गये हैं, अपील करते हैं कि वे नक्सलवाद को त्याग कर मुख्य धारा से जुड़े व हथियार और नक्सलवादी विचारधारा का त्याग व विरोध करें।
मारे गये नक्सलियों के नाम व पद
1. सुदरू, सीवायपीसी- पीएलजीए कंपनी नं. 01/डीव्हीसीएम, 8 लाख इनामी
2. वर्गेश, सीवायपीसी- पीएलजीए कंपनी नं. 01/डीव्हीसीएम, 8 लाख इनामी
3. ममता, सीवायपीसी- पीएलजीए कंपनी नं. 01/डीव्हीसीएम,  8 लाख इनामी
4. समीरा, पीपीसीएम- पीएलजीए कंपनी नं. 01,  8 लाख इनामी
5. कोसी, पीपीसीएम- पीएलजीए कंपनी नं. 01,  8 लाख इनामी
6. मोती, पीपीसीएम- पीएलजीए कंपनी नं. 01,  8 लाख इनामी
अन्य 02 मृत माओवादियों की पहचान कार्यवाही जारी है।
उक्त मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ के 01 जवान शहीद और 02 जवान घायल हुए है। घायल जवानों को उचित उपचार के लिए रायपुर एयरलिफ्ट कराकर ईलाज कराया जा रहा है, अभी घायल जवानों की स्थिति सामान्य और खतरे से बाहर है।
शहीद जवान का विवरण
(01) एसटीएफ आरक्षक 606 नितेश एक्का उम्र 27 वर्ष निवासी जिला जशपुर।  घायल जवानों का विवरण
(01) एसटीएफ आरक्षक 1075 लेखराम नेताम उम्र 28 वर्ष निवासी जिला धमतरी।
(02) एसटीएफ आरक्षक 831 कैलाश नेताम उम्र 33 वर्ष निवासी जिला कोण्डागांव। पुलिस इस संबंध में महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के उद्देश्य से स्थानीय पुलिस बल तथा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल द्वारा विगत दिनों में बेहतर तालमेल एवं रणनीति के साथ काम करने के परिणाम स्वरूप वर्ष 2024 में अब तक बस्तर संभाग के अंतर्गत हुई विभिन्न मुठभेड़ो के दौरान अब तक कुल 131 माओवादियों के शव बरामद की गई, जिसमें सर्वाधिक जिला बीजापुर- 51, कांकेर-34 एवं नारायणपुर- 26 माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। माड़ डिवीजन के माओवादिओं के बीच में हुई मुठभेड़ के संबंध में पुलिस मेस थाना परिसर नारायणपुर में आयोजित की गई पत्रकारवार्ता में पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री सुन्दरराज पी, पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर श्री कन्हैया लाल धु्व, पुलिस उप महानिरीक्षक दंतेवाड़ा श्री कमलोचन कश्यप, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर श्री प्रभात कुमार, पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा श्री गौरव रॉय, अति. पुलिस अधीक्षक श्री रोबिनसन गुड़िया, पुलिस अधीक्षक एसटीएफ श्री विजय पांडेय, एसटीएफ, आईटीबीपी एवं बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
शहीद  एसटीएफ आरक्षक नितेश एक्का को माननीय मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, माननीय गृह मंत्री विजय शर्मा, डीजीपी छत्तीसगढ़ अशोक जुनेजा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों एवं जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में राजधानी रायपुर में राजकीय सम्मान के साथ सलामी एवं श्रध्दांजली दी गई। इसके उपरांत शहीद के पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर के माध्यम से गृह जिला जशपुर अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया।

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