

बिलासपुर। शहर के शुभम विहार कॉलोनी निवासी नंदलाल यादव ( नंदू ) के सुपुत्र पीयूष यादव सत्रह वर्षीय, जो हनुमान जी के परम भक्त हैं, अपने गांव से बागेश्वर धाम तक की 600 किलोमीटर की पैदल यात्रा शुरू की है। उनके इस साहसिक और आध्यात्मिक कदम ने हर किसी को प्रेरित किया है।
आपको बता दें कि पीयूष यादव, जो एक छात्र हैं, उनके मन में बचपन से ही भगवान हनुमान के प्रति गहरी श्रद्धा रही है। उनके पिता, नंदलाल यादव, ने भी हनुमान जी की भक्ति को अपने परिवार में एक परंपरा के रूप में बनाए रखा है। दो साल पहले बागेश्वर धाम की यात्रा के दौरान, पीयूष को वहां की आध्यात्मिक ऊर्जा ने प्रभावित किया और तभी से बागेश्वर सरकार और संत धीरेन्द्र शास्त्री के प्रति उनकी आस्था और गहरी हो गई।
हाल ही में, जब धीरेन्द्र शास्त्री बिलासपुर आए थे, तो पीयूष सुबह से ही एयरपोर्ट पर उनका स्वागत करने पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने स्वप्न में बागेश्वर धाम की यात्रा का आह्वान महसूस किया। घरवालों के मना करने के बावजूद भी उन्होंने अपने निश्चय को नहीं छोड़ा और 16 जून 2025 को इस कठिन यात्रा की शुरुआत की।
प्राकृतिक चुनौतियों से मुकाबला
पीयूष यादव अकेले इस यात्रा पर निकले हैं। 600 किलोमीटर की इस यात्रा में उन्हें बारिश, जंगली जानवरों और कठिन रास्तों जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन उनकी आस्था और संकल्प ने उन्हें मजबूत बना रखा है।
परिवार का समर्थन और गर्व
उनके माता-पिता, नंदलाल यादव और मनीषा यादव एवं चाचा विजय यादव (बबलू) हालांकि शुरुआत में उनकी यात्रा को लेकर काफी चिंतित थे, लेकिन अब अपने बेटे के साहस और दृढ़ता पर गर्व महसूस कर रहे हैं। उनके दादा-दादी, भरतलाल यादव और शांति बाई यादव भी पीयूष की इस आध्यात्मिक यात्रा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
15 दिनों में पहुंचने का लक्ष्य
पीयूष ने इस यात्रा को 15 दिनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा है। उनका कहना है कि उनकी भक्ति ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है, और बागेश्वर धाम पहुंचकर वह भगवान हनुमान के प्रति अपनी श्रद्धा को समर्पित करेंगे।
इस यात्रा ने क्षेत्र के युवाओं को भी प्रेरित किया है और पीयूष यादव के इस साहसिक कदम ने आध्यात्मिकता और भक्ति की शक्ति को प्रदर्शित किया है।
