बिलासपुर / 85 वर्षीय बुजुर्ग दंपति धजाराम और रामेश्वरी बाई पीछले सत्रह वर्षो से न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है । संवेदनशील जिला प्रशासन तक कई बार न्याय की गुहार लगाने के बाद भी बुजुर्ग दंपति को अब तक न्याय नहीं मिल पाना समझ से परे की बात है ।
पूरा मामला बिलासपुर जिले के सीपत थाना क्षेत्र के दर्राभाठा गांव से जुड़ा हुआ है। यहां के निवासी 84 वर्षीय धजाराम और उसकी पत्नि रामेश्वरी बाई सन 2013 में कमाने खाने के लिए परदेश गए हुवे थे। इस दौरान उनके पड़ोसी गोविंदराम सोनवानी और उनके पुत्र राहुल सोनवानी जो कि क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य भी है जिसके द्वारा बुजुर्ग दंपति की जमीन पर कब्जा करते हुए अवैध रुप से मकान का निर्माण करा लिया गया। वापस लौटने पर धजाराम और उनकी पत्नि ने अवैध निर्माण का विरोध करते हुए सीपत थाने में शिकायत दर्ज़ कराई। साथ ही उन्होने इस मामले को लेकर न्यायलय में परिवाद भी दायर किया इसके बाद पीछले 17 वर्षो से कब्जा की गई जमीन को खाली कराने बुजुर्ग दंपति कोर्ट कचहरी और थाने का चक्कर काटते रहे, लेकिन इसके बावजूद उन्हें न्याय नही मिल सका है। एक हाथ से लाठी थामे और दूसरे हाथ से पत्नि का हाथ थामे धजाराम पीछले 17 वर्षो से अधिकारियो से न्याय की गुहार लगा रहा।
जिले के तखतपुर विधानसभा क्षेत्र में 12 दिसंबर गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य्मंत्री विष्णु देव साय ने अच्छे कार्य के लिए जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर अवनीश कुमार शरण की सराहना की है। बुजुर्ग दंपति ने कई बार जिला प्रशासन से भी जमीन का कब्जा वापस दिलाने की गुहार लगाई है। ऐसे में देखना ये होगा की संवेदनशील कलेक्टर अवनीश कुमार शरण बुजुर्ग दंपति को न्याय दिलाने की पहल करते है या इन्हे किसी तरह दर-दर की ठोकरें खाने के लिए इनके हाल पर छोड़ दिया जाता है।