छत्तीसगढ़। ताजा मामला दुर्ग जिले के पाटन तहसील का है। जहां ग्राम रानीतराई निवासी प्रकाश चंद्र देवांगन ने उनकी मां के नाम से खरीदी गई कृषि भूमि के ऋण पुस्तिका जारी करने के लिए सुरपा के पटवारी चिन्मय अग्रवाल से बात हुई वहां उनको पटवारी के द्वारा 90 हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई थी।
इसकी सूचना प्रकाश चंद्र ने एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम से रायपुर में की पटवारी द्वारा मांगी गई रकम को सेट करते हुए पूरे काम को 70हजार रुपए में करने की हुई और रकम को किस्तों में देने की बात हुई रकम की पहली किश्त के रूप में 20 हजार रुपये देने की योजना बनाई गई।
एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए रिश्वत खोर पटवारी चिन्मय अग्रवाल और उनके सहयोगी कोटवार भूषण लाल को रिश्वत के पैसों के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया।