


जगदलपुर । छत्तीसगढ़ राज्य के सुकमा जिले में पुलिस प्रशासन द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा एवं विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की गई है। गोगुंडा के अत्यंत दुर्गम और पहाड़ी जंगल क्षेत्रों में, जहां आज तक कोई कच्ची सड़क अथवा सुगम पगडंडी मार्ग भी उपलब्ध नहीं था, वहां पहाड़ी के शिखर पर नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया है।
इस क्षेत्र की पहुंचहीनता और भौगोलिक चुनौतियों के कारण, नवीन सुरक्षा कैंप स्थापना का कार्य अत्यंत कठिन था। खड़ी पहाड़ी, घने जंगल, तेज ढलान और प्राकृतिक बाधाओं के बीच सबसे पहले सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया गया, जो स्वयं एक जोखिमपूर्ण एवं चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया थी।
सुरक्षाबलों ने लगातार कई दिनों तक कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए पहाड़ी काटकर एक सुरक्षित मार्ग तैयार किया। रास्ता तैयार होने के बाद ही आवश्यक सामग्री, संरचनात्मक संसाधन और सुरक्षा तैनाती को ऊपर पहाड़ी तक पहुंचाना संभव हो सका।
इन सभी चुनौतियों को पार करते हुए अंततः सुरक्षा कैंप की सफल स्थापना की गई, जिससे इस क्षेत्र में सुरक्षाबलों की उपस्थिति मजबूत होगी तथा स्थानीय ग्रामीणों में विश्वास और सुरक्षित वातावरण को बढ़ावा मिलेगा। यह कैंप आस-पास के सभी पहुंचहीन इलाकों में एरिया डॉमिनेशन, विकास कार्यों की सुरक्षा, ग्रामीणों से बेहतर समन्वय तथा नक्सल विरोधी अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
कैम्प गोगुंडा स्थापना दौरान सुरक्षा व्यवस्था ड्यूटी में तैनात 01 सीआरपीएफ जवान एवं 01 जिला पुलिस बल सुकमा के महिला जवान माओवादियों के द्वारा प्लांट आईईडी ब्लास्ट में घायल हो गए थे जिनका उच्च स्तर पर उपचार जारी है जिनका हालात अभी सामान्य है।
नवीन सुरक्षा कैम्प का दिनांक 03/11/2025 को महानिरीक्षक, (CRPF) सीजी सेक्टर, शालीन द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने कैम्प की सुरक्षा व्यवस्था, संचालन स्तर, संचार व्यवस्था एवं ANTi Naxal ops के संचालन की विस्तृत समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान महानिरीक्षक ने कैम्प में तैनात CRPF एवं जिला पुलिस बल के जवानों से मुलाकात कर उनकी आवश्यकताओं, चुनौतियों एवं स्थानीय परिस्थिति में किए जा रहे दायित्वों की जानकारी ली। उन्होंने जवानों के मनोबल की सराहना करते हुए कहा कि, इस क्षेत्र में स्थापित यह कैम्प सुरक्षा कवच की तरह कार्य करेगा और स्थानीय ग्रामीणों में विश्वास एवं सुरक्षा की भावना को और मजबूत करेगा।
इस दौरान उप महानिरीक्षक (परि) सीआरपीएफ रेंज सुकमा आनन्द सिंह राजपुरोहित, पुलिस अधीक्षक सुकमा किरण चव्हाण एवं हिमांशु पांडेय 74 BN कमांडेंट एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने संयुक्त रूप से क्षेत्रीय सुरक्षा रणनीति, आगामी अभियानों एवं ग्रामीणों तक पहुँच बढ़ाने की योजनाओं पर भी चर्चा की।
पुलिस अधीक्षक सुकमा किरण चव्हाण ( IPS) ने बताया कि
जिला सुकमा पुलिस यह स्पष्ट करती है कि सुरक्षा एवं विकास को हर गांव तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। गोगुंडा में यह उपलब्धि इसी संकल्प का परिणाम है और आगे भी ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की दिशा में लगातार प्रयास जारी रहेंगे।
