बिलासपुर। जिले में एक जनपद पंचायत कार्यालय ऐसा है जहां पर अगर नरेगा के कार्यों में स्वीकृत कराने है तो पहले पैसा लाओ फिर काम पाओ। जिससे पीड़ित एक महिला ने नरेगा के तकनीकी सहायक के खिलाफ जनशिकायत निवारण छत्तीसगढ़ शासन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लिखित शिकायत करते हुए तत्काल कार्यवाही किए जाने की मांग की हैं।
बताया जाता है कि जिले के तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत देवरीखुर्द निवासी श्रीमती प्रमिला कौशिक पति बंशीलाल कौशिक द्वारा नरेगा के तहत डबरी निर्माण कार्य हेतु दिसंबर माह 2023 में तकनीकी सहायक प्रीति नामदेव के पास अपना आवेदन प्रस्तुत किया गया लेकिन आवेदिका के द्वारा लगातार नरेगा इंजीनियर प्रीति नामदेव एवं जनपद पंचायत तथा जिला पंचायत बिलासपुर में स्वीकृत के लिए चक्कर काटते रही और पैसों की लेन देन के कारण उक्त कार्य की स्वीकृति आज तक पिछले तीन माह बीत जाने के बाद भी नहीं किया गया है । आश्चर्य की बात यह है की नरेगा इंजीनियर प्रीति नामदेव के द्वारा उनके दस्तावेज में राजनांदगांव के पंचायत प्रस्ताव राजस्व दस्तावेजों को भेजी गई और इस तरह की नरेगा इंजीनियर की लापरवाही के कारण आज केंद्र सरकार की अति महत्व पूर्ण योजना से वंचित होना पड़ रहा है जिसमें इस सबंधित विभाग भ्रष्टाचार के कारण मौन है। इससे तंग आकर पीड़ित महिला श्रीमती प्रमिला कौशिक पति बंशीलाल कौशिक द्वारा तखतपुर जनपद पंचायत के नरेगा के तकनीकी सहायक के खिलाफ जनशिकायत निवारण छत्तीसगढ़ शासन और मुख्य कार्यपालन अधिकारी को लिखित शिकायत करते हुए तत्काल कार्यवाही किये जाने की मांग की हैं।