

बिलासपुर। मां सेवा एवं जन कल्याण समिति तथा आकृति महिला मंडल के संयुक्त तत्वाधान में अरविंद नगर (बंधवापारा) सरकंडा के सतबहनिया सांस्कृतिक भवन में श्री गीता जयंती का आयोजन उल्लास पूर्ण वातावरण में किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के प्रारंभ से एक घंटा पूर्व भक्तिमय वातावरण विनिर्मित करने के उद्देश्य से महिला मंडल के सदस्यों द्वारा श्री कृष्ण संकीर्तन एवं मानस गायन का कार्यक्रम भी रखा गया था। इस कार्यक्रम में महिलाओं के द्वारा बढ़ चढ़कर भागीदारी की गई तथा पुरुषों ने भी इसमें सहर्ष सहभागिता की।
कार्यक्रम का शुभारंभ श्री गीता शास्त्र एवं भगवान श्री कृष्ण जी के श्री विग्रह के पूजन अर्चन एवं माल्यार्पण के साथ हुआ। दोनों समितियां के अध्यक्ष एवं विशिष्ट जनों के पूजन कार्यक्रम पश्चात सभा में उपस्थित सभी सदस्यों ने भी श्री कृष्ण जी के विग्रह पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की अगली कड़ी में इस आयोजन के प्रमुख प्रेरक एवं कार्यक्रम संचालक शंकर लाल पटनवार जी ने श्री कृष्ण भाव धारा, राम और कृष्ण की लीलाओं को संदर्भित करते हुए श्री गीता की पृष्ठभूमि को उद्मृत किया। तत्पश्चात संचालक द्वारा मंच से संस्कृत भाषा के उच्चारण संबंधी दोषों को दूर करने के उद्देश्य से श्रीमद् भगवदगीता महत्मयम का शुद्धता युक्त वाचन किया गया, जिसे दोहराते हुए सभा में उपस्थित सभी भाई -बहनों एवं बच्चों के द्वारा एक साथ सामूहिक वाचन किया गया।
इस समारोह में समिति सदस्य एवं मोहल्ला वासी भाई – बहनों के अलावा मोहल्ले में संचालित विद्यालय – गीता पब्लिक स्कूल एवं मदर टेरेसा पूर्व माध्यमिक विद्यालय के आचार्य एवं विद्यार्थियों से संपर्क कर इस समारोह में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित किया गया था। इसके अतिरिक्त बिलासपुर नगर से 16 किलोमीटर दूर स्थित शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल जांजी के आचार्यों को भी आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में आचार्यों एवं चयनित विद्यार्थियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने में विशेष भूमिका निभाई।
समारोह के आयोजन से पूर्व विशिष्ट जनों, समिति सदस्यों, आचार्यों एवं विद्यार्थियों से गीता के एक-एक श्लोक एवं इसका हिंदी भावार्थ याद कर कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए कहा गया था। कार्यक्रम के अगले चरण में उपस्थित सभी लोगों की सक्रिय सहभागिता एवं गीता के विविध पक्षों को जानने के उद्देश्य से गीता के श्लोकों एवं उसके भावार्थों का वाचन सभी सदस्यों से बारी बारी कराया गया। सभी की सीधी सहभागिता के कारण सभा में अत्यंत उत्साह का वातावरण देखा गया।
शहर की प्रसिद्ध विदुषी वक्ता श्रीमती शीला दीक्षित की शिष्या श्रीमती प्रतिष्ठा द्विवेदी (व्याख्याता) ने सभा को संबोधित करते हुए गीता के सारगर्भित तथ्यों को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में अत्यंत प्रासंगिक सिद्ध किया। आचार्य मणि शंकर दुबे जी ने भी गीता के संदेशों के अंतर्गत समत्व भाव पर प्रकाश डाला।
इस कार्यक्रम में स्थानीय विद्यालयों के अतिरिक्त लोयोला पब्लिक स्कूल, ड्रीमलैंड हायर सेकेंडरी स्कूल एवं डी ए वी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने भी उत्साह पूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में महिला पुरुषों एवं बच्चों सहित 68 लोगों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के अंत में नाविका पाटनवार एवं निष्ठा साहू (कक्षा- 3) के बच्चों द्वारा शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति की गई। तत्पश्चात गीता जी की आरती एवं जय घोष कराया गया। प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई।
इस कार्यक्रम में समिति सदस्य – जी आर देवांगन, सिद्धेश्वर पाटनवार, पंडित हरि गोपाल चौबे, के के चंद्राकर, श्रीमती परमेश्वरी शराफ, श्रीमती पुष्पा ठाकुर श्रीमती, मीना पाटन वार, आचार्य गण – सरिता शर्मा, प्रीति सिंह, सुरभि साहू, रामेश्वरी कोरी, दीपा कारवानी, प्रतिष्ठा द्विवेदी, नवोदिता पा, नीलू सिंह, पूनम तिवारी, रीना श्रीवास, श्रद्धा मिश्रा, रितु पटेल आदि बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।
